रायपुर : छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री ने ट्राइबल यूथ हॉस्टल का किया निरीक्षण, छात्रों से किया संवाद
Last Updated on 3 months by City Hot News | Published: August 27, 2024
- नई दिल्ली के द्वारका में स्थित छत्तीसगढ़ निवास का अवलोकन, सुविधाओं में सुधार के दिए निर्देश
रायपुर(CITY HOT NEWS)//
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज नई दिल्ली के द्वारका में स्थित ट्राइबल यूथ हॉस्टल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने हॉस्टल में रह रहे छात्रों से मुलाकात की और उनकी शैक्षिक प्रगति और जीवनशैली के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस हॉस्टल में अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी), और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्र रह कर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ लोकनिर्माण विभाग के सचिव कमलप्रीत सिंह भी इस दौरे में उनके साथ उपस्थित थे।
हॉस्टल में छात्रों से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं और चुनौतियों को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने कहा, ष्आप सभी हमारे राज्य का भविष्य हैं और सरकार आपकी शिक्षा और विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहें और राज्य के विकास में योगदान दें। छात्रों ने अपनी पढ़ाई और हॉस्टल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया, और कुछ बुनियादी आवश्यकताओं की ओर भी ध्यान दिलाया। उपमुख्यमंत्री श्री साव ने उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए तुरंत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
इस संवाद के दौरान उपमुख्यमंत्री ने छात्रों को बताया कि सरकार उनके लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासी, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के छात्रों की शिक्षा और उनके भविष्य के प्रति गंभीर है और इस दिशा में लगातार कदम उठा रही है।
ट्राइबल यूथ हॉस्टल के निरीक्षण के बाद,स उपमुख्यमंत्री श्री साव ने द्वारका में स्थित छत्तीसगढ़ निवास का भी दौरा किया। उन्होंने वहाँ की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और यह सुनिश्चित किया कि छत्तीसगढ़ से दिल्ली आने वाले नागरिकों और अधिकारियों के लिए उचित सुविधाएँ उपलब्ध हो। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ निवास के कर्मचारियों से मुलाकात की और उन्हें निर्देश दिया कि वे राज्य के लोगों की सेवा में सदैव तत्पर रहें।
उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव के इस दौरे का उद्देश्य राज्य के छात्रों और नागरिकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं को बेहतर बनाना और उनकी समस्याओं का समाधान करना था।