राजनांदगांव : युवीन पोर्टल के माध्यम से टीकाकरण कार्यक्रम का हुआ डिजिटाइजेशन
Last Updated on 7 months by City Hot News | Published: April 17, 2024
- – नियमित टीकाकरण से बच्चों एवं गर्भवती माताओं को जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकता है
राजनांदगांव(CITY HOT NEWS)//
युवीन पोर्टल के माध्यम से गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम का डिजिटाइजेशन किया जा रहा है। कोविड वैक्सीनेशन पोर्टल की तर्ज पर बनाए गए युवीन पोर्टल में 0 से 2 वर्ष के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम अंतर्गत लगाए गए सभी टीकों की ऑनलाइन एंट्री युवीन मोबाइल प्लेटफार्म के माध्यम से हो रही है। जिससे सभी हितग्राहियों की ट्रैकिंग सही समय पर हो पाएगी तथा हितग्राही का रिकॉर्ड डिजिटल माध्यम से सुरक्षित हो जाएगा। जिससे भारत में कहीं भी हितग्राही अपना टीकाकरण करवाकर गंभीर जानलेवा बीमारियों से बच सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम अंतर्गत स्वास्थ्य केन्द्रों तथा टीकाकरण सत्रों में नि:शुल्क टीकाकरण किया जाता है। संशोधित राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी अनुसार गर्भावस्था के दौरान टीडी का टीका तथा शिशु के जन्म के तुरंत बाद हेपेटाइटिस बी, पोलियो बीसीजी का टीका, जन्म के 6 सप्ताह पर पोलियो रोटावायरस एफआईपीवी पीसीवी पेंटावेलेंट, जन्म के 10 सप्ताह पर पोलियो रोटावायरस पेंटावेलेंट, जन्म के 14 सप्ताह पर पोलियो रोटावायरस एफआईपीवी पीसीवी पेंटावेलेंट, जन्म के 9 माह में विटामिन ए मीजल्स रूबेला पीसीवी, जन्म के 14 से 24 महीने पर विटामिन ए पोलियो मीजल्स रूबेला डीपीटी तथा 5 वर्ष पर डीपीटी, 10 व वर्ष 16 वर्ष पर टीडी बूस्टर की खुराक दी जाती है। सभी हितग्राहियों से नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र अथवा टीकाकरण सत्र में अपने शिशु को नियमित रूप से टीके की खुराक अवश्य दिलाने की अपील करते हुए कहा गया है कि गंभीर जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा कवच बनाएं। टीकाकरण सत्र में जच्चा बच्चा सुरक्षा कार्ड (एमसीपी कार्ड) आवश्यक रूप से लेकर जाएं एवं प्राप्त खुराक की एंट्री कराए। नियमित टीकाकरण समस्त स्वास्थ्य केंद्रों एवं टीकाकरण केंद्र में प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार में महिला व पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानीन की उपस्थिति में संपादित किया जाता है। नियमित टीकाकरण से बच्चों एवं गर्भवती माताओं को जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकता है।