कोरबा का आरोपी बिलासपुर से फरार: रेलवे की संपत्ति चोरी के केस में RPF ने किया था अरेस्ट, सिम्स में हुआ था भर्ती…

Last Updated on 8 months by City Hot News | Published: April 11, 2024

बिलासपुर// रेलवे की संपत्ति चोरी के केस में गिरफ्तार कोरबा का आरोपी इलाज के दौरान सिम्स से भाग गया। उसने टॉयलेट जाने का बहाना बनाया और हेड कॉन्स्टेबल को चकमा देकर फरार हो गया। RPF ने उसे रेलवे का सामान चोरी करते पकड़ा था।

गिरफ्तारी के बाद जेल ले जाते समय उसने तबीयत बिगड़ने का झांसा दिया, जिसके बाद उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। सिटी कोतवाली पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार, रेलवे सुरक्षा बल ने जांच के दौरान रेलवे का सामान पार करते हुए कोरबा के मोतीसागर पारा निवासी संतोष स्वीपर (40) को दो दिन पहले गिरफ्तार किया था। आरोपी से पूछताछ के बाद उससे रेलवे का सामान भी बरामद किया गया, जिसके बाद उसके खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया।

आरपीएफ के जवान को चकमा देकर भागा आरोपी।

आरपीएफ के जवान को चकमा देकर भागा आरोपी।

जेल ले जाते समय बिगड़ी थी तबियत

बताया जा रहा है कि रेलवे संपत्ति की चोरी के मामले में आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद उसे कोर्ट ने जेल भेजने का आदेश दिया। इस दौरान प्रधान आरक्षक आईपी दुबे और रामविलास उसे जेल लेकर गए। इस दौरान उसने शराब पीने की बात कही और सीने में दर्द होने का बहाना बनाया। इसके बाद प्रहरी ने उसे जेल में लेने से इनकार कर दिया। लिहाजा आरपीएफ के जवानों ने उसे इलाज के लिए सिम्स के आईसीयू में भर्ती कराया। इस दौरान जवान उसकी पहरेदारी कर रहे थे।

टॉयलेट जाने का बनाया बहाना, चकमा देकर हुआ फरार

बुधवार को आरोपी ने सिम्स अस्पताल में टॉयलेट जाने की बात कही। इस पर प्रधान आरक्षक उसे वहां तक लेकर गया। इस दौरान वह दूसरे रास्ते से भाग निकला। उसके फरार होने की जानकारी मिलते ही आरपीएफ के जवानों ने उसकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद इस मामले की शिकायत सिटी कोतवाली में की गई। उसके खिलाफ पुलिस अभिरक्षा से फरार होने का केस दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है।

आरपीएफ जवानों की लापरवाही आई सामने

चोरी के आरोपी को आरपीएफ जवानों ने अस्पताल में भर्ती कराया था। उसकी लगातार निगरानी भी की जा रही थी। इसके बाद भी वो जवान को चकमा देकर भाग निकला और जवान देखता रह गया। माना जा रहा है कि आरोपी के फरार होने में आरपीएफ जवानों की लापरवाही सामने आई है।