7900 लीटर नकली घी जब्त: प्रशासन की संयुक्त टीम ने मारा छापा, मंदिरों में मनोकामना ज्योति कलश जलाने में होना था इस्तेमाल..

Last Updated on 8 months by City Hot News | Published: April 5, 2024

सरगुजा// अंबिकापुर के बाबूपार स्थित एक मकान में शुक्रवार दोपहर प्रशासन और खाद्य एवं औषधि संरक्षण की संयुक्त टीम ने छापा मारकर करीब 7900 लीटर नकली घी जब्त किया है। ये नकली घी वनस्पति तेल, सोयाबीन तेल और एसेंस डालकर तैयार किया जा रहा था।

बताया जा रहा है कि नकली घी को मंदिरों में प्रज्वलित होने वाले मनोकामना दीप में उपयोग किया जाना था। मामले की जांच की जा रही है। अंबिकापुर एसडीएम फागेश सिन्हा को बाबूपारा में गोंदिया से आए राकेश बंसल द्वारा बड़े पैमाने पर नकली घी तैयार करने की सूचना मिली थी।

टिन के डिब्बों में भरकर रखा गया था घी।

टिन के डिब्बों में भरकर रखा गया था घी।

सूचना पर अंबिकापुर तहसीलदार उमेश बाज, फूड इंस्पेक्टर श्वेता, फूड सेफ्टी के. पांडेय सहित पुलिस बल की संयुक्त टीम ने दोपहर एक बजे छापा मारा। टीम ने मौके पर छापा मारा, तो बड़ी मात्रा में नकली घी मौके पर तैयार करते वर्कर मिले।

200 टिन और 7 ड्रमों में भरा मिला घी

तहसीलदार उमेश बाज ने बताया कि मौके पर 200 टिनों में तैयार घी मिला है। इसके अलावा 700 लीटर के 7 ड्रमों में घी तैयार कर पैकिंग के लिए रखा गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वनस्पति घी और सोयाबीन तेल को मिलाकर घी तैयार किया जा रहा था। इसमें घी का एसेंस डाला जा रहा था।

ड्रमों में भरा मिला तैयार नकली घी।

ड्रमों में भरा मिला तैयार नकली घी।

गोंदिया से आकर कारोबार

नकली घी बनाने का कारोबारी राकेश बंसल मूलतः गोंदिया महाराष्ट्र का है। पूछताछ में उसने बताया कि घी का प्रयोग चैत्र नवरात्रि में मंदिरों में जलने वाली मनोकामना दीप के लिए इस्तेमाल होना था। प्रशासन की टीम ने नकली घी को जब्त किया है और जांच की जा रही है।

कार्रवाई करते प्रशासनिक टीम के अधिकारी।

कार्रवाई करते प्रशासनिक टीम के अधिकारी।

मार्केट में नहीं बेचा गया है नकली घी

प्रशासनिक जांच के दौरान ये जानकारी सामने आई है कि ये नकली घी अभी मार्केट में नहीं पहुंचा है। आरोपी ने कुछ दिनों पहले ही मकान किराए पर लिया था और 4 दिनों से नकली घी बना रहा था। अंबिकापुर में महामाया मंदिर के साथ ही दुर्गा मंदिर और अन्य देवी मंदिरों में हजारों की संख्या में मनोकामना दीप प्रज्वलित किए जाते हैं। राकेश बंसल इन मंदिरों में नकली घी खपाना चाह रहा था।