रायपुर : माता-पिता की सेवा से बढ़कर कुछ नहीं, उन्हें खुश रखें तो जीवन सफल होगा : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
Last Updated on 9 months by City Hot News | Published: February 11, 2024
- जशपुर के कंडोरा में मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
- मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस की घोषणा की
रायपुर (CITY HOT NEWS)//
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखण्ड के ग्राम कंडोरा में आयोजित मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा से बढ़कर कुछ भी नहीं है, इसलिए हम सभी को प्रतिदिन अपने माता-पिता का चरण छूकर आशीर्वाद लेना और उन्हें प्रणाम करना चाहिए। उन्हें खुश रखेंगे, तो जीवन सफल होगा। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप मनाने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आयोजकों को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में कार्यक्रम आयोजित करने पर बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके गुरु ने कहा था कि माता-पिता भगवान से बड़े होते हैं। माता जन्म देती है। गर्भ में 9 माह तक रखने के बाद पालन-पोषण करती है। यदि माता-पिता खुश नहीं हैं, तो सभी पूजा-पाठ सभी व्यर्थ है। वेदों में भी माता-पिता का स्थान सर्वाेच्च है। मुख्यमंत्री ने धार्मिक कथाओं का उदाहरण देते हुए माता-पिता के महत्व को रेखांकित किया और सभी बेटे-बेटियों को अपने माता-पिता को खुश रखते हुए उनसे आशीर्वाद लेने और उनका आदर और सम्मान करने की अपील की। कार्यक्रम को श्री राजीव रंजन नन्दे और वनवासी आश्रम के श्री योगेश बापट ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने माता-पिता का महत्व बताते हुए उनका आशीर्वाद लेने और पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहकर अपने माता पिता की सेवा करने और उनका नाम रोशन करने की बात कही। इस दौरान पद्मश्री श्री जागेश्वर यादव, श्री राम प्रताप सिंह, संभाग आयुक्त जी.आर. चुरेंद्र, जनसंपर्क आयुक्त श्री मयंक श्रीवास्तव, आई.जी. श्री अंकित गर्ग, कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह आदि उपस्थित थे।
मैं भी अपने माता-पिता के आशीर्वाद से आज मुख्यमंत्री हूँ
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में सम्मिलित होने के पश्चात भावुकता के साथ अपने माता-पिता को याद करते हुए बताया कि बचपन में उनके सिर से पिता का साया उठ जाने के पश्चात अपनी माता में ही पिता औऱ माता का रूप देखते थे और निरंतर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते रहे। उन्होंने बताया कि आज भी उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेता हूँ और मुझे लगता है कि आज मैं जिस मुकाम पर हूँ, मुख्यमंत्री हूँ उसमें मेरे माता-पिता का ही आशीर्वाद है।
बच्चों ने की माता-पिता की पूजा
कार्यक्रम में शामिल बच्चों ने अपने माता-पिता की विधि विधान से पूजा की और माता पिता की सेवा करने का संकल्प भी लिया। मंच पर मुख्यमंत्री श्री साय सहित अन्य अतिथियों का भी बच्चों ने अभिनन्दन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।