BAJAJ FINANCE का लोन देने के नाम पर धोखाधड़ी: फेसबुक में विज्ञापन देखकर लोन लेने वाला किसान हुआ ठगी का शिकार…

Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: April 16, 2023

भिलाई// छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक किसान बजाज फाइनेंस से लोन लेने के नाम पर ठगी का शिकार हो गया। उसने फेसबुक में आए विज्ञापन में देखकर दिए गए नंबर पर फोन किया। फोन करने पर सामने वाले नें खुद को बजाज फाइनेंस का प्रतिनिधि बताया। उसने पहले लोन पास होने का झांसा दिया। उसके बाद प्रोसेसिंग फीस और फिर लेट फीस के नाम पर किसान से 8 लाख रुपए से अधिक की ठगी की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलगांव थाना के अंजोरा चौकी अंतर्गत चंगोली गांव निवासी किसान झुम्मन लाल निषाद (43) ने 23 मार्च 2022 मार्च को शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसे किराना दुकान खोलने के लिये पैसों की आवश्यकता थी। वह 5 लाख रुपए का लोन लेना चाहता था। एक दिन वो अपने मोबाइल पर फेसबुक देख रहा था। उसी दौरान लोन का विज्ञापन आया।

उसने उस दिए गए विज्ञापन को क्लिक को क्लिक किया तो उसमें मोबाइल नम्बर दिया गया। जब उसने उस नंबर पर कॉल किया तो वो कट गया। कुछ समय पर फिर उसी नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने अपना नाम संजीव कुमार और खुद को BAJAJ FINANCE का कर्मचारी बताया। किसान ने उससे दुकान के लिए 5 लाख रुपए का लोन लेने की बात कही।

संजीव ने उसे चौबीस घंटे में लोन देने का वादा किया। उसने किसान का आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक वॉट्सऐप पर मंगवा लिया। इसके बाद फिर संजीव ने किसान को फोन किया और बोला लोन प्रोसेसिंग चार्ज, बीमा चार्ज, इनकम टैक्स चार्ज के रूप में कुछ राशि देना होगा। किसान ने अपने खाते से उनके द्वारा बताई गई रकम डाली, लेकिन लोन पास नहीं हुआ। इससे किसान ने संजीव को फोन किया तो उसने बताया कि उसका प्रोसेस लेट हो गया है। लेट चार्ज लगेगा। इस तरह उसने धीरे धीरे करके किसान से कुल 8 लाख एक हजार 465 रुपए ठग लिए।

मोबाइल लोकेशन से आरोपी तक पहुंची पुलिस
एसपी दुर्ग ने एक विशेष टीम का गठन करके आरोपियों को पकड़ने के लिए भेजा। टीम ने आरोपी को मोबाइल लोकेशन निकाला तो वो बिहार बताया। इसके बाद टीम आरोपी का पता करते करते बिहार के नवादा जिला अंतर्गत वारसलीगंज थाना के माईखेरा गांव पहुंची। टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से राधेश्याम कुमार को घेराबंदी करके पकड़ा। पूछताछ करने पर आरोपी ने उक्त घटना को अंजाम देना करना स्वीकार किया।