पुलिस की पकड़ नें आया ‘गजनी’, मकान का ताला तोड़कर चोरी की घटना को दिया था अंजाम…

Last Updated on 11 months by City Hot News | Published: January 11, 2024

रायपुर। पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र स्थित प्रोफेसर कॉलोनी में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी को आखिरकार पकड़ने में पुलिस ने कामयाबी पाई. पुरानी बस्ती निवासी आरोपी भूपेंद्र पटेल उर्फ गजनी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की सोने, चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम जब्त कर कार्रवाई की गई. 

पुरानी बस्ती स्थित प्रोफेसर कॉलोनी निवासी राहुल जोशी ने थाना में 12-13 दिसंबर 23 की दरम्यानी रात्रि मकान में मकान में चोरी होने का मामला दर्ज कराया था. प्रार्थी ने बताया कि वह ताला लगातार वैवाहिक कार्यक्रम में गया था. इसी दौरान कोई अज्ञात चोर प्रार्थी के सूने मकान का ताला तोड़कर कमरे अंदर प्रवेश कर आलमारी का ताला तोड़कर आलमारी में रखें सोने, चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को चोरी कर ले गया था. अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना पुरानी बस्ती में अपराध क्रमांक 493/ 2023 धारा 457, 380 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया.

चोरी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने गंभीरता से लेते हुए एएसपी पश्चिम जय प्रकाश बढ़ई, सीएसपी पुरानी बस्ती राजेश चौधरी एवं थाना प्रभारी पुरानी बस्ती को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार के लिए निर्देशित किया. जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन व थाना प्रभारी पुरानी बस्ती के नेतृत्व में थाना पुरानी बस्ती पुलिस की टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी सहित आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुए अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया.

प्रकरण में मुखबिरों के जरिए आरोपी के संबंध में पतासाजी के दौरान महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर टीम के सदस्यों ने गोपियापारा पुरानी बस्ती निवासी भूपेंद्र पटेल उर्फ गजनी को पकड़ा. प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना के संबंध में भूपेंद्र पटेल उर्फ गजनी से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा चोरी की उक्त घटना को अंजाम देना बताया गया.

आरोपी भूपेंद्र पटेल उर्फ गजनी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की सोने, चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम 51,300 रुपए जुमला कीमती लगभग 1,31,300 रुपए जप्त कर आरोपी के विरूद्ध कार्रवाई किया गया. कार्रवाई में निरीक्षक सुधांशु बघेल थाना प्रभारी पुरानी बस्ती, महिला प्रधान आरक्षक कौशल्या ध्रुव, आरक्षक परदेशी राम कटारे, सुनील शुक्ला एवं चंद्रेश चन्द्राकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही.