लाठी-रॉड से युवक की पिटाई : सरेराह युवकों ने किया था जानलेवा हमला, 3 दिन से कोमा में है; 9 अरेस्ट…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: November 23, 2023
दुर्ग// दुर्ग में युवक पर हुए जानलेवा हमले का वीडियो सामने आया है। सरेराह लाठी और रॉड से युवक को पीटा गया था। 21 नवंबर को बबला चौक के पास युवक को अधमरा छोड़कर आरोपी भाग निकले थे। आसपास के लोगों ने युवक को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। युवक तीन दिन से कोमा में है। अब घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
सरेराह लाठी और रॉड से युवक को पीटते रहे आरोपी।
पुलिस के मुताबिक पोटिया रोड स्थित मोचीपारा निवासी नरेश कन्नौजे ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके भाई गौतम कन्नौजे के ऊपर कुछ लड़कों ने जानलेवा हमला कर दिया। हमला करने वालों में गणेश नागेश, भूपेन्द्र कुमार और उसके साथी थे। सभी अपने साथ चाकू, कैंची और रॉड लेकर पहुंचे थे।
आरोपियों ने बीच बाजार गौतम पर लाठी और रॉड से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल हो जाने के बाद सभी आरोपी बाइक से फरार हो गए थे। इसके बाद आसपास मौजूद लोगों ने गौतम को गंभीर हालत में जिला अस्पताल दुर्ग पहुंचाया जहां इलाज जारी है।
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी।
अलग-अलग ठिकानों में छापेमारी कर गिरफ्तारी की गई
टीआई महेश ध्रुव का कहना है कि जैसे ही उन्हें रिपोर्ट मिली उन्होंने मामले में हत्या के प्रयास की धारा 307, 34 के तहत मामला दर्ज किया और आरोपियों की तलाश शुरू की। इसके बाद मामले में धारा 294, 506, 143, 147, 148 भादवि 25, 27 आर्म्स एक्ट जैसी धाराएं जोड़ी गईं। अलग-अलग ठिकानों में छापेमारी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और घटना में इस्तेमाल बाइक को भी जब्त किया गया।
जमीन पर बेसुध पड़ा रहा युवक, पीटते रहे आरोपी।
इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में गणेश नागेश (20), कलेश पात्रे (9) , निकेश पात्रे (22), भूपेन्द्र कुमार (26), सम्मू कुमार (19 साल), फिरोज सोनी (22 साल), रोशन डोगरे (26 साल), विजेन्द्र बन्छोर (28 साल) और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी इंदिरा कॉलोनी पोटिया रोड दुर्ग के रहने वाले हैं।
पुलिस ने मारपीट के आरोपियों का निकाला जुलूस।
पुलिस ने निकाला आरोपियों का जुलूस
चाकू और रॉड से मारपीट कर युवक को अधमरा करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनका जुलूस निकाला। आरोपियों को घटनास्थल से लेकर सशस्त्र न्यायालय तक लाया गया। इस दौरान कान पकड़कर आरोपियों ने दोबारा अपराध करने से तौबा किया।