सचिन पायलट का सारा से तलाक:चुनाव में दिए एफिडेविट में लिखा- तलाकशुदा, 19 साल पहले हुई थी शादी

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: October 31, 2023

जयपुर// राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस कार्य समिति मेंबर सचिन पायलट अब पत्नी सारा पायलट से अलग हो चुके हैं। सचिन पायलट और सारा पायलट के बीच तलाक हो चुका है। पायलट के चुनावी एफिडेविट से इसका खुलासा हुआ है। उन्होंने टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरने के बाद दिए एफिडेविट में पत्नी के नाम के आगे ‘तलाकशुदा’ लिखा है।

सचिन पायलट और सारा के बीच तलाक होने की जानकारी पहली बार सार्वजनिक हुई है। अभी यह साफ नहीं हुआ है कि तलाक कब हुआ?

सचिन पायलट के दोनों बच्चे उनके पास हैं। पायलट ने एफिडेविट में डिपेंडेंट के तौर पर दोनों बच्चों (आरन पायलट और विहान पायलट) के नाम लिखे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव (नवंबर 2018) में दिए एफिडेविट में सचिन पायलट ने पत्नी के नाम के कॉलम में सारा पायलट का नाम लिखा था। इस बार पत्नी के नाम के कॉलम में ‘तलाकशुदा’ लिखा है।

फारूक अब्दुल्ला की बेटी हैं सारा पायलट
सचिन पायलट और सारा के अलग होने की चर्चाएं 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी चली थीं। उस वक्त इन्हें अफवाहें बताकर खारिज कर दिया गया था। पायलट ने सारा से जनवरी 2004 में शादी की थी। सारा जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन हैं।

दिसंबर 2018 में सचिन पायलट ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। उस दौरान समारोह में सारा पायलट, दोनों बेटे और फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हुए थे।

तस्वीर 2018 चुनाव के बाद शपथ ग्रहण समारोह की है। इसमें सचिन पायलट के साथ सारा और दोनों बच्चे भी मौजूद थे।

तस्वीर 2018 चुनाव के बाद शपथ ग्रहण समारोह की है। इसमें सचिन पायलट के साथ सारा और दोनों बच्चे भी मौजूद थे।

सचिन पायलट से शादी के खिलाफ था सारा का परिवार
पायलट की प्रेम कहानी पूरी तरह फिल्मी है। सचिन अमेरिका की पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के व्हॉर्टन स्कूल में थे। उसी दौरान उनकी मुलाकात जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की बहन सारा से हुई थी।

19 साल पहले हुई थी शादी
सचिन और सारा ने जनवरी 2004 में शादी की थी। अब्दुल्ला परिवार ने शादी को मान्यता देने से इनकार कर दिया था। शादी के कुछ महीनों बाद ही सचिन राजनीति के मैदान में उतरे। महज 26 साल की उम्र में दौसा से पहला लोकसभा चुनाव लड़कर बड़े अंतर से जीतकर सबसे युवा सांसद बने। इसके कुछ समय बाद अब्दुल्ला परिवार ने भी नाराजगी भुलाकर सचिन पायलट को अपने दामाद के रूप में स्वीकार कर लिया।