जिले में 09 व 10 सितंबर को पशु बांझपन निवारण शिविर का किया जा रहा आयोजन

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: September 5, 2023

  • विशेषज्ञों द्वारा पशुओं का जांच कर पशुपालकों को उचित चिकित्सा, परामर्श एवं दवाओं का किया जाएगा निशुल्क वितरण
  • जिले के पशुपालकों से शिविर का लाभ लेने का किया गया आग्रह

कोरबा /मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय कृषि भवन नई दिल्ली द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय अंजोरा दुर्ग एवं पशुधन विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में पशुधन जागृति अभियान के अंतर्गत आकांक्षी जिला कोरबा में 02 पशु बांझपन निवारण शिविर सह पशुपालक संगोष्ठी/कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय अंजोरा दुर्ग के निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. संजय शाक्य, निदेशक पशु जैव प्राद्योगिकी व प्राध्यापक पशु प्रसूति विज्ञान डॉ. एम. के. अवस्थी, पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी डॉ. अमित गुप्ता एवं सहायक प्राध्यापक दाउ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनू विश्वविद्यालय दुर्ग डॉ. एम. एस. परमार उपस्थित होंगे।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवा ने शिविर के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 09 व 10 सितंबर को पशु बांझपन निवारण शिविर आयोजित की जा रही है। जिसके अंतर्गत 09 सितंबर को कोरबा के गोकुलनगर गौठान एवं 10 सितंबर को विकासखंड पाली के पशु चिकित्सालय परिसर हरदीबाजार में शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह पशु बांझपन निवारण शिविर पूर्णतः निःशुल्क है। शिविर में पशुओं में बांझपन चिकित्सा संबंधी उपचार व समाधान के विषय में संगोष्ठी के साथ पशुओं के उपचार के विषय में विस्तार से परिचर्चा की जाएगी। साथ ही शिविर में उपस्थित पशुओं का उपचार भी किया जाएगा। इस दौरान उपस्थित पशु पालकों को मिनरल मिक्स व अन्य दवाओं का निशुल्क वितरण भी किया जाएगा।
इस शिविर में विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों द्वारा पशुओं की जाँच की जाएगी एवं जाँच के बाद पशुपालकों को उचित चिकित्सा व परामर्श भी दिया जाएगा। इसी प्रकार पशुपालकों को पशुओं के बांझपन के बारे में अवगत भी कराया जाएगा। शिविर में पशुओं के बार-बार ताव में आने के कारणों का पता लगाकर उनका इलाज किया जाएगा। इलाज किए गए पशुओं का समय पर गर्भाधारण करवाने एवं पशुओं के कृत्रिम गर्भाधारण के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही अनुपूरक पोषण, कृमिनाशक, मिनरल मिक्चर (खनिज मिश्रण) एवं दवाईयों का निःशुल्क वितरण भी किया जाएगा।
उपसंचालक पशु चिकित्सा विभाग ने जिले के समस्त पशुपालकों से उक्त शिविर में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर लाभ लेने की अपील की है।