बेरोजगारों ने मांगी नौकरी….पुलिस ने कपड़े उतरवाए: बूढ़ातालाब में 1 हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारी जुटे, इसलिए दौड़ा-दौड़ाकर लाठी से भी पीटा; 10 गिरफ्तार…
Last Updated on 2 years by City Hot News | Published: April 9, 2023
रायपुर// रायपुर के बूढ़ातालाब धरना स्थल पर नौकरी की मांग को लेकर रविवार को बेरोजगारों ने बड़ा प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस से भी इनकी झूमझटकी हो गई। फिर विवाद इतना बढ़ा कि पुलिस ने इन युवाओं पर लाठियां बरसाई हैं। दौड़ा-दौड़ाकर उन्हें पीटा गया है। वहीं एक युवक के कपड़े भी उतरवा दिए। बताया गया अनुमित से ज्यादा लोगों की भीड़ धरना स्थल पर जमा हो गई। इसे लेकर पुलिस ने इन्हें समझाने का भी प्रयास किया। मगर फिर भी युवक जब नहीं माने, तब ये स्थित बनी है।
पुलिस ने कैसे बेरोजगारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। उसका वीडियो भी सामने आया है।
पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे 10 युवकों को गिरफ्तार किया है। असल में अलग-अलग परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवक रविवार को प्रदर्शन कर रहे थे। इन्होंने अनुमति भी ली थी। धरना स्थल पर सिर्फ 100 लोगों को को ही आने की अनुमति थी। लेकिन यहां एक हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की भीड़ जमा हो गई थी।
बूढ़ातालाब धरना स्थल पर प्रदर्शन में करीब 1 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटी थी।
पुलिस ने समझाया पर नहीं माने
ज्यादा भीड़ जमा होने पर पुलिस ने पहले ही इन्हें समझाने का प्रयास किया। वापस जाने की अपील की थी। मगर युवक नहीं माने। इसके बाद शाम के वक्त युवा रैली निकालने पर अड़ गए। उन्होंने रैली निकाली। उसी दौरान जब पुलिस ने उन्हें रोका, तब पुलिस ने उनकी झूमाझटकी हो गई। इसके बाद लाठियां चार्ज की गई।
इसके बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सभी युवा इधर-उधर भागने लगे। युवक लगातार नारेबाजी कर रहे थे। घटना के बाद पुलिस ने करीब 10 युवकों को गिरफ्तार कर लिया। फिर उन्हें थाने ले जाया गया। आरोप है कि पुलिस ने उनमें से एक युवक के कपड़े उतरवा दिए।
प्रदर्शन स्थल से जब युवक नहीं उठे, तब पुलिस ने उन पर लाठियां भांजी है।
थाने में भी हंगामा
उधर, इस बात की जानकारी जब बीजेपी नेताओं को मिली, तब बीजेपी नेता थाने पहुंच गए। उनकी पुलिस से बहस भी हो गई। काफी देर तक थाने में हंगामा होता रहा। आखिरकार बीजेपी नेता वापस चले गए। फिर भी पुलिस ने युवकों को नहीं छोड़ा है।
थाने के अंदर बिना कपड़ों के युवक। आरोप है कि पुलिस के कहने पर युवक को अपने कपड़े उतारने पड़े।
बीजेपी बोली-यहां आवाज बुलंद करना अपराध
इस मामले में बीजेपी प्रवक्ता अमित साहू ने कहा कि प्रदेश में अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करना भी अपराध हो गया है। युवा आज अपनी नौकरी के लिए मांग करने सड़क पर उतरता है तो पुलिस ने उस पर लाठी चला दिया। जबकि सरकार दावा करती है कि बेरोजगारी प्रतिशत बहुत कम है। लेकिन इस भीड़ को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि युवा परेशान है।
वहीं BJYM के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार युवाओं को नौकरी के बजाय उन्हें लाठियों से जख्म दे रही है। पुलिस ने बेरोजगारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। प्रदेश के युवा इकट्ठे होकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे। फिर भी पुलिस स्टेशन में उनके अपराधियों की तरह कपड़े उतरवा दिए गए। उन पर धारा लगा दी गई है। जो गलत है।
लाठीचार्ज नहीं किया
मामले को लेकर एडिशनल एसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि बूढ़ा तालाब के धरना स्थल में केवल 100 के करीब लोगों को ही प्रदर्शन करने की अनुमति है। मगर यह लोग पुलिस की समझाइश के बाद भी बात नहीं माने और पुलिसवालों के साथ धक्का-मुक्की करने लगे। जिसमें कई पुलिस वालों को चोंटे आई है। इनमें से कुछ युवक शराब के नशे में भी थे। लाठीचार्ज नहीं किया गया है। हल्का बल का प्रयोग हुआ है।