देवपहरी वॉटरफॉल से शिक्षक की लाश बरामद:पिकनिक मनाने आए टीचर तेज बहाव में बह गए थे, जैसे-तैसे बची थी 2 लोगों की जान…

Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: July 23, 2023

कोरबा// कोरबा जिले के देवपहरी जलप्रपात में शुक्रवार को बह गए शिक्षक की लाश बरामद कर ली गई है। दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए गए शिक्षक सत्यजीत राहा (55 वर्ष) पानी के तेज बहाव में बह गए थे। उनके 2 साथियों को किसी तरह से बचा लिया गया था। मामला लेमरू थाना क्षेत्र का है।

लेमरू थाना प्रभारी कृष्णा साहू ने बताया कि नगर सेना, गोताखोरों की टीम के साथ-साथ बिलासपुर की SDRF की टीम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई थी। 24 घंटे की मशक्कत के बाद शव को बरामद किया गया है। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि शव गहरे भंवर में फंसा हुआ था, जिसे बड़ी मशक्कत के बाद निकाल लिया गया है।

बारिश के दिनों में देवपहरी वाटरफॉल में पानी का लेवल काफी बढ़ गया है। शुक्रवार को इसके तेज बहाव में शिक्षक बह गया था।

बारिश के दिनों में देवपहरी वाटरफॉल में पानी का लेवल काफी बढ़ गया है। शुक्रवार को इसके तेज बहाव में शिक्षक बह गया था।

जांजगीर से पिकनिक मनाने पहुंचे थे, 21 जुलाई को हुआ था हादसा

जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा के रहने वाले, आयुष जैन (25 वर्ष), लक्ष्मीकांत शर्मा (45 वर्ष) और सत्यजीत राहा ​​​​​​(55 वर्ष) पिकनिक मनाने के लिए 21 जुलाई को देवपहरी जलप्रपात पहुंचे थे। इनमें से सत्यजीत राहा अकलतरा में किसी स्कूल में टीचर थे। यहां पहुंचने पर तीनों ने मस्ती की, खाना खाया, फिर तीनों ने प्लान बनाया कि पानी को पार कर वे वॉटरफॉल के बीच में बने वॉच टावर में जाकर बैठेंगे।

बरसात के दिनों में पानी का बहाव काफी तेज हो गया है, फिर भी लोग जान जोखिम में डालकर यहां आ रहे हैं।

बरसात के दिनों में पानी का बहाव काफी तेज हो गया है, फिर भी लोग जान जोखिम में डालकर यहां आ रहे हैं।

दोपहर के करीब 12 बजे तीनों ने पानी को पार करना शुरू किया, लेकिन उसी समय पानी का बहाव तेज हो गया और तीनों बीच में ही फंस गए। तीनों किसी तरह वहां से निकलना चाहते थे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। उसी दौरान तेज बहाव में सत्यजीत राहा बह गए, जबकि आयुष और लक्ष्मीकांत वहां पानी में ही पत्थर के सहारे खड़े रहे।

नगर सेना और बिलासपुर से आई SDRF की टीम रेस्क्यू के काम में जुटी हुई थी।

नगर सेना और बिलासपुर से आई SDRF की टीम रेस्क्यू के काम में जुटी हुई थी।

बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सके

अपने साथी को बहता हुआ देख आयुष और लक्ष्मीकांत ने उसे बचाने की कोशिश भी की, लेकिन बचा नहीं सके। इसके बाद उन्होंने चिल्लाना शुरू किया। जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत इस बात की सूचना पुलिस-प्रशासन को दी, फिर नगर सैनिक मौके पर पहुंचे और दोनों को रेस्क्यू किया।

शिक्षक सत्यजीत राहा के शव को देवपहरी वॉटरफॉल से निकाल लिया गया है।

शिक्षक सत्यजीत राहा के शव को देवपहरी वॉटरफॉल से निकाल लिया गया है।

उधर, टीचर की तलाश भी गोताखोरों ने शुरू कर दी, लेकिन शुक्रवार शाम तक उसका कुछ पता नहीं चल सका था। पुलिस ने टीचर के परिजनों को इस बात की खबर दी थी। जिसके बाद से वे भी मौके पर पहुंच गए। शनिवार देर शाम सत्यजीत राहा की लाश बरामद हुई, जिसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया।