मृत महिला के परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा: अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों ने काम किया बंद, पुलिस-प्रशासन के समझाने पर वापस लौटे…
Last Updated on 1 year by City Hot News | Published: July 21, 2023
सक्ती// सक्ती जिले में 19 जुलाई की रात शहर में स्थित शासकीय मातृत्व अस्पताल के भवन में कुछ लोगों ने हंगामा कर दिया था। इसके विरोध में गुरुवार को अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया था। प्रशासन की समझाइश के बाद शुक्रवार से सभी लोग काम पर वापस लौटे।
जानकारी के मुताबिक, 19 जुलाई की रात करीब 10 बजे कुछ लोग एक महिला को बेहोशी की हालत में शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे। जिसे ड्यूटी डॉक्टर सौम्या जैन द्वारा जांच कर मृत घोषित किया गया। इसके बाद परिजन आपे से बाहर हो गए और डॉक्टर सहित अस्पताल के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गालीगलौज पर उतर आए। उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ भी की। जिसके बाद तुरंत मामले की जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सूरज राठौर को दी गई।
वहीं प्रशासनिक अधिकारियों सहित पुलिस को भी घटना की जानकारी दी गई। जिसके बाद तत्काल प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया। साथ ही परिजनों को समझाइश दी गई। फिर परिजन मृतक को लेकर चले गए।
प्रशासन की समझाइश के बाद शुक्रवार से अस्पताल के सभी लोग काम पर वापस लौटे।
इस घटना से अस्पताल के अधिकारी-कर्मचारी काफी आक्रोशित हो गए। उन्होंने 20 जुलाई को काम बंद कर दिया। जिसकी जानकारी प्रशासन सहित सीएमएचओ को हुई। इसके बाद प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार पंकज सिंह, स्वास्थ्य विभाग से डॉ सूरज सिंह राठौर और पुलिस की तरफ से एसआई सीएम मालाकार पहुंचे और सभी को समझाया। अधिकारियों ने कहा कि आप लोगों की जान बचाते हैं और अगर आप ही काम बंद कर देंगे, तो मरीजों का क्या होगा। ऐसे में किसी की जान भी जा सकती है।
अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ ने कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग की। जिस पर पुलिस-प्रशासन ने अस्पताल में जल्द ही पुलिस की तैनाती का आश्वासन दिया। पुलिस ने कहा कि हॉस्पिटल में पुलिस सहायता केंद्र खोला जाएगा। साथ ही उपद्रवियों पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद सभी कर्मचारी काली पट्टी बांधकर अपने-अपने काम पर लौटे। इससे मरीजों सहित सभी लोगों ने चैन की सांस ली।
इस संबंध में स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संतोष सिदार ने कहा कि प्रशासन और अपने अधिकारी की बात मानकर सभी काम पर तो लौट रहें हैं, लेकिन आगे अगर ऐसी घटना दोहराई गई, तो हम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इधर डॉ सौम्या जैन ने बताया कि जब महिला सकुन सिदार को अस्पताल लाया गया, तो उसकी मौत हो चुकी थी। उसकी जांच कर मैंने तत्काल परिजनों को बता दिया, लेकिन परिजन कुछ सुनने को तैयार ही नहीं थे और हम लोगों के साथ अभद्रता करने लगे। बताया जा रहा है सक्ती के वार्ड नं 4 की रहने वाली सकुन सिदार (38 वर्ष) को उल्टी हुई थी और इसके बाद वो बेहोश हो गई थी। जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया था।